प्रकृति की गोद में बसा हुआ राज्य झारखण्ड अपने चारों ओर पेड़ -पौधे ,जंगल , पहाड़- पर्वत , नदी – नालों और झरनों से घिरा हुआ है। राज्य झारखण्ड में प्रकृति से सुनहरा अवसर मिलता है। प्रकृति से जुड़े कई मनोरम दृश्य देखने मिलते हैं। नदी , पहाड़ , जंगल – झाड़ के साथ – साथ यहां के जलप्रपात भी झारखण्ड को खास और विशेष बनती है। “Waterfalls of Jharkhand “ प्रकृति में कुछ खास ही खूबसूरती बिखेरते है
झारखण्ड के 35 जलप्रपात
झारखण्ड पर्यटन विभाग ( Jharkhand Tourism ) द्वारा इन सभी जगहों की सौंदर्यीकरण कर और भी खूबसूरत बनाया गया है. झारखण्ड में कई सारे जलप्रपात मौजूद हैं। उनमें से आज हम 35 जलप्रपातों के बारें में जानेंगे, जो झारखण्ड के प्रकृति को खास हैं .
झारखण्ड के जलप्रपात प्रकृति में एक अलग ही प्रकार के दृश्य अवलोकन करवाती है दृश्य सभी के मन को मोह लेती है। झारखण्ड में हर साल दूर दूर से सैलानी यहां के प्रकृति को निहारने आते है।
सैलानी झारखण्ड के पहाड़ पर्वत , जंगलों , नदियों , झीलों और झरनों देखने पहुंचते हैं। ऊंचाइयों से गिरते पानी ऐसे प्रतीत होता है मानो धरती माँ को दूध से नहलाया जा रहा हो।
जलप्रपातों का शहर रांची ( Ranchi : City of Waterfalls )
झारखण्ड राज्य की राजधानी रांची राज्य के दिल लोकप्रिय है ,इसलिए इसे Ranchi : The Heart of Jharkhand भी कहा जाता है। साथ ही साथ रांची जिले में सर्वाधिक जलप्रपातों के होने कारण इसे जलप्रपातों का शहर भी कहा जाता है यानी City of Waterfalls भी कहा जाता है । तो ये है कुछ Famous Waterfalls of Ranchi .
रांची जिले में प्रमुख 7 जलप्रपात स्थित हैं। रांची जिले के मुख्य जलप्रपातों में से हैं।
- हुंडरू प्रपात / Hundru Fall
- दशम प्रपात / Dasham Fall
- जोन्हा / गौतमधारा प्रपात / Jonha / GautamDhara Fall
- सीता प्रपात / Sita Fall
- तिरु प्रपात /Tiru Fall
- पंगुरा जलप्रपात / Pangura Fall और
- सोनुआ प्रपात / Sonua Fall
झारखण्ड के प्रमुख जलप्रपात ( Famous Waterfalls of Jharkhand )
1 . बुढ़ाघाघ प्रपात ( BudhaGhagh Fall ) : लातेहार जिला के महुआडांड से 15 किमी दुरी पर बुढ़ाघाघ जलप्रपात स्थित है। बुढ़ाघाघ की ऊंचाई 469 फ़ीट। बुढ़ाघाघ नदी पर स्थित यह बुढ़ाघाघ जलप्रपात झारखण्ड का सबसे ऊँचा प्रपात है और साथ ही साथ यह प्रपात पुरे भारत के सबसे ऊँची जलप्रपातों में से 21वें स्थान पर मौजूद है।
इसके पानी गिरने की आवाज़ इतनी तेज़ होती है की 10 किमी दूर से ही झरने की गूंज कानों तक पहुँचती है। बूढ़ा घाघ को लोध जलप्रपात के नाम से भी जाना जाता है ।
2. हुंडरू प्रपात ( Hundru Fall ) : हुंडरू प्रपात रांची जिले के अनगड़ा प्रखंड में स्वर्णरेखा नदी पर स्थित है। हुंडरू प्रपात की ऊंचाई 322 फ़ीट है। यह झारखण्ड का द्वितीय सबसे ऊँचा प्रपात है। बारिश में तो यहां आना काफी खतरनाक हो सकता है परन्तु ठंढ के मौसम में यहां पिकनिक स्पॉट बन जाता है। सैलानी ठंढ के मौसम में यहां आना काफी पसंद करते हैं। लगातार पानी गिरते रहना पर्यटकों को काफी भाता है ।
3. दशम प्रपात (Dasham Fall ): दशम जलप्रपात रांची जिला से 26 किमी दूर तैमारा (Taimara ) गांव में कांची नदी ( Kanchi River ) पर स्थित है .यह प्रपात 130 फ़ीट ऊँचा है. यहां दस धाराएं बहती है ,इसलिए इसका नामकरण दशम से हुआ है . दशम शब्द मुंडारी भाषा में ” दा -सांग ” से बना है। दा शब्द का अर्थ है- पानी और सांग सब्द का अर्थ है – गिरना/भरना/ मापना। अर्थात कुल शब्दिकार्थ है पानी का गिरना। बाद में यह नाम बदलकर दशम रखा गया।
4.गौतमधारा / जोन्हा फॉल ( Gautamdhara /Jonha Fall ): रांची जिला से 32 किमी दक्षिण – पूर्व दिशा में स्थित जोन्हा नाम के जगह पर स्थित है गौतमधारा प्रपात . गौतमधारा प्रपात , जोन्हा प्रपात के नाम से भी जाना जाता है .जोन्हा प्रपात की ऊंचाई 55 फ़ीट मापी गयी है . गौतमधारा / जोन्हा प्रपात राढू नदी पर स्थित है .
5. पंचघाघ प्रपात (Panchghagh Fall ): पंचघाघ प्रपात झारखण्ड के खूंटी जिला से 14 किमी की दुरी पर स्थिति है .पंचघाघ प्रपात के नामकरण यहां पर बहने बहने वाली धौं को लेकर किया गया है . उन पाँचो धाराओं को पांच बहन का रूप माना गया है .यह प्रपात बनई नदी में स्थित है। पंचघाघ जलप्रपात बाकि जलप्राप्तों की तरह ऊंचाई से हीगिरता बल्कि यह प्रपात सामान्य ऊंचाई से बहता है।
6. हिरणी प्रपात ( Hirni Falls ): पश्चिम सिंहभूम जिले में रामगढ नदी पर हिरणी प्रपात स्थित है। यह प्रपात रांची – चाईबासा स्थित है। हिरणी प्रपात जंगलों के बिच स्थित है और अपनी प्राकृतिक सुनता के वजह से पुरे झारखण्ड में प्रसिद्ध प्रपातों में से एक है। इसकी कुल ऊंचाई 121 फ़ीट है। हिरणी जलप्रपात की दुरी खूंटी से 20 किमी जिला खूंटी से , 62 किमी जिला और 68 किमी जिला चाईबासा से।
यह भी जानें : नेतरहाट की वादियों के अलग ही अंदाज
7. उसरी प्रपात ( Usri Falls ): उसरी प्रपात गिरिडीह के उसरी नदी पर है। उसरी नदी झारखण्ड की प्रमुख नदी बरकार नदी की सहायक नदी भी है। उसरी जलप्रपात खंडोली पहाड़ी पर स्थित है। धनबाद से 52 किमी की दुरी पर स्थित है यह प्रपात। उसरी जलप्रपात की ऊंचाई मात्र 39 फ़ीट है। उसरी प्रपात गिरिडीह से 13 दुरी पर स्थित है।
8. रजरप्पा प्रपात (Rajrappa Falls): झारखण्ड के रामगढ जिले से 25 किमी की दुरी पर स्थित रजरप्पा प्रपात 12-15 फीट ऊंचा है । यह प्रपात भेड़ा नदी तथा दामोदर नदी के संगम पर स्थित है।
9. गौतमघाघ प्रपात (Gautamghagh Falls) : गौतमघाघ प्रपात लातेहार जिले में महुआटांड़ से 7 किमी दक्षिण – पूर्व दिशा में स्थित है. इसकी ऊंचाई 120 है।
10. मोतीझरना प्रपात (Motijharna fall): यह प्रपात राजमहल क्षेत्र में अजय नदी पर स्थित है। इस प्रपात की ऊंचाई 150 फ़ीट है।
झारखण्ड के 35 जलप्रपातों की लिस्ट
जलप्रपात | जिला | नदी | ऊंचाई |
हुंडरू प्रपात | रांची | स्वर्णरेखा | 322 फीट |
दशम प्रपात | रांची | कांची | 130 फ़ीट |
जोन्हा / गौतमधारा | रांची | राढू | 55 फ़ीट |
तिरु प्रपात | रांची | ||
पंगूरा प्रपात | रांची | ||
सीता प्रपात | रांची | ||
हिरनी प्रपात | पश्चिम सिंघभूम | रामगढ | 121 फ़ीट |
पंचघाघ प्रपात | खूंटी | बनई | |
केरीदाह प्रपात | चतरा | ||
गोआ प्रपात | चतरा | ||
तमासीन प्रपात | चतरा | ||
लोध /बुढाघाघ प्रपात | लातेहार (महुआडाँड़) | बुढ़ाघाघ | 469 फीट |
अपर घघरी प्रपात | लातेहार (नेतरहाट) | ||
लोवर घघरी प्रपात | लातेहार (नेतरहाट) | ||
गौतमघाघ प्रपात | लातेहार (महुआडाँड़ ) | 120 फीट | |
मिरचइया प्रपात | लातेहार (गारू) | ||
नागफेनी प्रपात | गुमला | ||
उसरी प्रपात | गिरिडीह | उसरी | 39 फ़ीट |
निंदी प्रपात | लोहरदगा | ||
घडघडिया प्रपात | लोहरदगा | ||
कुंड प्रपात | (हुसैनाबाद )पलामू | ||
गुरसेंधु प्रपात | गढ़वा | ||
हेसातु प्रपात | गढ़वा | ||
गूंगा झंझ प्रपात | गढ़वा | ||
मुनीडीह प्रपात | धनबाद | ||
केलाघाघ प्रपात | सिमडेगा | ||
बोकारो प्रपात | हजारीबाग | ||
धारागिरि प्रपात | पूर्वी सिंघभूम | ||
पलानी प्रपात | रामगढ | ||
रजरप्पा प्रपात | रामगढ | भेड़ा ( भैरवी ) , दामोदर | 12 -15 फ़ीट |
पेरवाघाघ प्रपात | खूंटी | 50 फ़ीट | |
सदनीघाघ प्रपात | गुमला | ||
मोती झरना | साहेबगंज | राजमहल की पहाड़ी | 150 फ़ीट |
सोनुआ प्रपात | रांची |
यह भी जानें
- झारखण्ड के खूबसूरत पिकनिक स्पॉट्स
- भारत का सबसे गर्म जलकुंड झारखण्ड में
- ये हैं झारखण्ड के टॉप 10 हिल स्टेशन
- मोती झरना : साहेबगंज का अतुल्य गहना
- झारखण्ड में Zipline कहाँ है ?
Conclusion : तो आज हमने झारखण्ड के प्रमुख 35 जलप्रपातों के बारे में जाना जो झारखण्ड की सुंदरता को बढ़ने में अपनी कोई कमी नहीं छोड़ते हैं। ये तो हुई केवल 35 जलप्रपात जिनके नाम रखे जा चुके हैं। इस प्रकृति की गोद में बसे राज्य में न जाने और ऐसे कितने सारे जलप्रपात भरे पड़े हैं जिनका नामकरण अब तक नहीं हुआ है।
तो यह लेख आपको कैसा लगा हमें बताइये अपने कमेंट के साथ। हमें आपका कमेंट अगले लेख के लिए प्रेरित करता है।
Go to Home Page | Click Here |
Follow Us on Facebook | Click Here |
Follow us on Instagram | Click Here |
Subscribe Our Youtube Channel | Click Here |
Jharkhand ka sabse uncha Jalprapat kaha hai ?
– झारखण्ड का सबसे ऊँचा वॉटरफॉल का नाम लोध वॉटरफॉल है। झारखण्ड का यह सबसे ऊँचा waterfall लातेहार जिले के महुआडांड़ नामक जगह पर स्थित है। इसे बुढ़ाघाघ नाम से भी जाना जाता है।
Moti Jharna kaha Hai ?
– मोती झरना झारखण्ड के साहिबगंज जिले में स्थित है। साहिबगंज के राजमहल उपखण्ड के तालझारी गांव से लगभग 2 से 3 किमी की दुरी पर स्थित है।
मोती झरना के बारे में विस्तार से जानें – Open Here
3 thoughts on “झारखण्ड का सबसे ऊंचा जलप्रपात – लोध जलप्रपात | 35 Amazing Waterfalls of Jharkhand – Jharkhand Blogs”