झारखण्ड : एक ऐसा प्रदेश जहाँ हर कुछ प्रकृति से जुड़ा है। जहाँ हर कोई इसकी ओर आकर्षित हो चला आता है। यहां की संस्कृति और सभ्यता भी सभी राज्यों से हट कर है जो इस राज्य को और भी खास बनती है।
झारखण्ड के अलग संस्कृति और सभ्यता की तरह यहाँ का खान-पान भी बाकि राज्यों से अलग है जो अन्य राज्यों में काफी मुश्किल से ही दीखता है , और कहीं-कहीं तो पाया भी नहीं जाता है। झारखण्ड के लाजवाब जायकों के बारे में जान कर आप भी एक बार सभी व्यंजनों ( Delicious Foods ) को एक बार चखने की इच्छा जरूर उत्पन कर लेंगे ।
तो चलिए जानते हैं आज झारखण्ड के कुछ खास 10 लाजवाब स्वादिष्ट जायकों के बारे में। झारखण्ड के Top 10 Delicious Flavours के बारे में।
List of Delicious Foods (Flavours) of Jharkhand
झारखण्ड के पारम्परिक खान-पान को यहाँ बहुत ही खूबसूरत तरीकों से परोसा जाता है जो की यहाँ आने वाले पर्यटकों और मुसाफिरों को अपनी ओर खूब आकर्षित करता है। उनमें से मुख्य जायकों की लिस्ट कुछ इस प्रकार है।
- धुस्का
- मड़ुआ रोटी
- बांस करील
- फुटका /रुगड़ा
- कचरी और बर्रा
- खुखड़ी /मशरुम
- छिलका
- ढक्कन डब्बा रोटी
- पीठा
- अरसा /अनरसा
1. धुस्का
धुस्का झारखंडी जायकों में श्रेष्ट है। यह चावल के आटा को पानी में मिला कर और स्वादानुसार नमक डाल एक मिश्रण तैयार किया जाता है ,जिसमें कुछ भिगोया हुआ चना के भी मिलाया जाता है जो धुस्का को और खास बनाता है।
तैयार किये गए मिश्रण को तेल में तल कर निकला जाता है। और इसे आलू चना के सब्जी के साथ परोसा जाता है। जो इसके स्वाद में चार चाँद लगा देता है।
2. मड़ुआ रोटी
मड़ुआ रोटी भी उन जायकों में खास है जो झारखण्ड के पारम्परिक खान-पान को अपनी ओर खींचे रखता है। मड़ुआ रोटी दरअसल मड़ुआ के आटे से बनता है। मड़ुआ एक प्रकार का मोटा अनाज है जिसे लोग रागी के नाम से भी जानते है।
रागी या मड़ुआ अफ्रीका और एशिया के सूखे क्षेत्रों में उगाया जाने वाला एक मोटा अन्न है। यह एक बरस में पक कर तैयार हो जाता है। इसकी रोटी झारखण्ड के मुख्य व्यंजनों में एक है।
3. बांस करील
बांस करील दरअसल कुछ और नहीं बल्कि बांस के छोटे-छोटे नये पौधे होते हैं। जिसे झारखण्ड के लोग इसे छोटे छोटे भाग में काट कर इसे मसालों में फ्राई कर इसके जायके के स्वाद को निखार देते हैं।
लगभग पुरे झारखण्ड में इस व्यंजन को बड़े ही चाव से खाया जाता है। बांस करील के मसाला फ्राई के साथ साथ इसके आचार को भी लोग बना कर सालों भर इसके जायके को लेने के लिए रखते हैं ।
4. फुटका ( रुगड़ा )
फुटका या रुगडा झारखंडी व्यंजनों में मुख्य व्यंजन है। यह एक मौसमी व्यंजन है। मॉनसून और भरी बारिश के समय यह रेतीले इलाकों में ,और जंगलों में पाया जाता है।
मिट्टी से निकालकर इसे अच्छी तरह साफ़ किया जाता है फिर झारखंडी मसालों के नोक-झोंक और छोंक के बाद इसे परोसा जाता है, जो खाने में काफी स्वादिष्ट और मन मुग्द करने वाला होता है।
इसे कई लोग मीट से भी तुलना करते हैं और करें भी क्यों न यह महंगा भी खूब होता है। और जल्दी बाज़ार में देखने को भी नहीं मिलता है।
5. कचरी और बर्रा
कचरी और बर्रा झारखण्ड में शाम के नास्ते के सबसे मुख्य और प्रचलित मन जाता है। कचरी चना दाल के मिश्रण बनाया जाता है और बर्रा उरद दाल के मिश्रण से तैयार किया जाता है।
यह दोनों दिखने में तो काफी मिलते जुलते ही लगते हैं पर दोनों के अपने ही अलग अलग फायदे हैं। कचरी को पेट के लिए काफी फायदेमंद मन जाता है साथ ही बर्रा को पथरी जैसे बिमारी से बचाव के लिए निवारक माना जाता है।
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6. खुखड़ी की सब्जी
खुखड़ी जिसे लोग मशरुम के नाम से भी लोग जानते हैं। ये खुखड़ी वो मानव निर्मित वाला नहीं बल्कि प्राकृतिक रूप से जंगलों में पाया जाता है।
यह खुखड़ी केवल बारिश के दिनों में ही देखने को और इसके जायके का लुफ्त लेने को मिलता है। हर झारखंडी इसके स्वाद का दीवाना रहता है। वह इसलिए क्योकि यह एक मौसमी व्यंजन के रूप में ही देखने को मिलता है। मौसमी होने के वजह से यह काफी महंगा देखने को मिलता है।
7. छिलका रोटी
छिलका रोटी अरवा चावल के आटे के घोल से तैयार किया गया मिश्रण से बनता है जो की तवे पर ही बनाया जाता है।आलू चना के सब्जी के साथ इसे परोसकर खाने में अलग ही आनंद की अनुभूति होती है।
8. ढक्कन डब्बा रोटी
ढक्कन डब्बा रोटी भी अरवा चावल के आते से ही बनाया जाता है पर इसके बनाने की विधि के कारन यह बाकि अन्य रोटी से भिन्न है। इसे मिटटी के बर्तन में दाल कर बनाया जाता है।
मिटटी के बर्तन (कुल्हड़) में डालकर ऊपर से ढक दिया जाता है। जिसके कुछ देर बाद ढक्कन हटा कर इसे खाने के लिए परोसा जाता है। इसे किसी भी स्वादिष्ट सब्जी के साथ परोस कर खाया जाता है।
9. पीठा
पीठा झारखण्ड का एक प्रमुख व्यंजन है जो काफी लोकप्रिय भी है। यह चावल के आटा से बनाया जाता है , चावल के आटा के लोई में फ्राइड दाल या आलू मसाला को भरकर इसे एक बर्तन में भाप से पकाया जाता है।
यह आज कल के मोमो वाले स्टाइल से काफी मिलता जुलता ही है। जिस प्रकार मोमो में भिन्न-भिन्न जायके बनाये जाते है उसी प्रकार पीठा के भी कई प्रकार हैं। दाल पीठा , आलू मसाला पीठा सबसे मुख्य एवं सभी का पसंदीदा भी होता है।
10. अनरसा ( अरसा )
झारखण्ड के कुछ खास व्यंजन की लिस्ट में लास्ट है पर और सारे भी अभी बाकि हैं, अनरसा नास्ते के लिए एक स्वादिष्ट विकल्प है। यह स्वाद में मीठा और स्वादिष्ट होता है।अनरसा भी चावल के आटा से ही बनता है।
पर इसके तलने के बाद इसे भुना हुआ तिल में घुमा दिया जाता है। जिस वजह से अनरसा पर चिपक जाता है जो की सभी दर्शकों को अपनी और आकर्षित करने के लिए काफी होता है।
तो ये थे कुछ चुनिंदा एवं सबसे पसंदीदा 10 झारखण्ड के लाजवाब जायके और झारखण्ड के Delicious Flavours । आप इनमें से कौन – कौन से व्यंजनों का जायका ले चुके हो ? बताइये एक कमेंट के साथ।
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Frequently Asked Questions
झारखण्ड के फ़ेमस फ़ूड क्या हैं ?
– धुस्का
– मड़ुआ रोटी
– बांस करील
– फुटका /रुगड़ा
– कचरी और बर्रा
-खुखड़ी /मशरुम
– छिलका
– ढक्कन डब्बा रोटी
– पीठा
– अरसा /अनरसा
– मालपुवा
– हड़िया (Rice Beer )