Lugu Buru Ghanta Badi : पुरे भारतवर्ष में कई प्रकार की जातियां , जनजातियां मौजूद हैं। और सभी अपने अपने धर्मो को पूजते हैं। हम यह भी जानते है की सभी धर्मों के अलग अलग तीर्थ स्थल स्थल अलग अलग जगहों पर स्थित हैं।
लुगू बुरु घंटा बड़ी धोरोमगढ़
जिस प्रकार हिन्दू धर्म में चारों धामों को पवित्र माना गया है , इस्लाम में काबा को पवित्र माना गया है ठीक उसी प्रकार संथालियों के लिए भी एक तीर्थ स्थल हमारे झारखण्ड में स्थित है। लुगू बुरु घांटाबड़ी (Lugu Buru Ghanta Badi) के नाम से प्रचलित यह स्थान संथालियों का सबसे बड़ा और पवित्र तीर्थ स्थल /धाम माना जाता है।
इसे लुगू बुरु घांटाबड़ी धोरोमगढ़ ( Lugu Buru GhantaBadi Dhoromgarh ) के नाम से भी जाना जाता है। हर संथालियों के जीवन में एक बार इसकी यात्रा करना और दर्शन करना पुण्य माना जाता है ।यहां पर लुगू बाबा की पूजा की जाती है ।लुगू बाबा की पूजा अर्चना सभी वहां के पहान (Pahan) के द्वारा कि जाती है ।
लुगू बुरु घंटाबड़ी संथाल समुदाय की काफी पुराने समय से एक धरोहर है । इस धरोहर की सभ्यता को होड़ दिशोम (Hor Dishom) के सोस्नोक जुग (Sosnok Jug) के नाम से जाना जाता है ।
कहाँ है लुगू बुरु घंटाबड़ी। ( Lugu Buru GhantaBadi Location )
लुगूबुरू घंटाबड़ी झारखण्ड राज्य के बोकारो जिला में गोमिया प्रखंड से 16 किमी के अन्तर्गत ललपनिया (Lalpania ) नामक स्थान पर अवस्थित है।
यह राज्य के दूसरे सबसे ऊँचे पर्वत लुगू पर्वत/लुगू पहाड़ (Lugu Pahar) पर स्थित है। लुगू बुरु घांटाबड़ी पहुँचने के लिए यात्रियों को रांची से 80 किमी की दुरी और बोकारो से लगभग 86 किमी की दुरी तय करना पड़ता है।
लुगू बुरु घांटाबाड़ी की ख़ास बातें । Facts of Lugu Buru Ghantabadi
जैसा कि लुगु बुरु घंटाबाड़ी धोरोमगढ़ एक घर्म स्थल है तो यहां श्रद्धालुओं का आना जाना हमेशा लगा रहता है । श्रद्धालु लुगू बुरु घंटाबाड़ी में पूजा करने के लिए लुगु पर्वत /लुगु पहाड़ की 7 चोटियों की श्रंखला को पार कर के पहुंचते हैं।
कुछ बातें जो लुगु बूरू को ख़ास बनाती हैं। सबसे पहली बात की जैसे झारखण्ड के सबसे ऊंचे पर्वत पारसनाथ में सीढिय़ों के सहारे सभी लोग वहां की यात्रा तय करते हैं पर इस दूसरे सबसे ऊंचे लुगु पहाड़ में सीढिय़ों के बिना ही केवल पगडंडियों के सहारे पूरी यात्रा तय करनी पड़ती है ।
लुगु पहाड़ को पार करते वक्त ऊंचे चोटियों से दिखने वाली मनोरम दृश्य मन को काफी लुभाने वाली होती है ।ऊंचे चोटियों को पार करते हुए आस पास के झरनों की मधुर ध्वनि व्यक्ति को अपनी ओर खूब आकर्षित करती है । पक्षियों की चहचहाहट से मनुष्य का मन अन्दर ही अन्दर झूम उठता है ।
पगडंडियों से पर्वत के शिखर को पहुंचने से पहले और भी कई सारी ऐसी चीजें देखने को मिलती है जो शायद पहले कभी ना देखा हो। जैसे कि इतनी ऊंचाई पर खूब सारे झरनें ,पानी से भरे नालें ,जिसका जल काफी शुद्ध होता है और पीने योग्य भी ।
लंबी गुफाएं जो बनाती हैं और ख़ास (Lugu Pahar Gufa /Caves )
यह जान कर आपको भी आश्चर्यचकित होगा कि इतने ऊंचे चोटी पर लंबी समतल जमीन है । जहां कार्तिक पुर्णिमा और मकर संक्रान्ति के दिन मेला भी लगता है। जिस जगह पर लुगु बाबा की पूजा अर्चना होती है ठीक उसके बगल में ही एक लंबी गुफा है जो हर किसी को आश्चर्यचकित करने के लिए काफी है।
लुगु पहाड़ का मंदिर
माना जाता है कि यह गुफा अन्दर ही अन्दर काफी लंबी दूरी तय करती है ।यहां श्रद्धालुओं के लिए गुफा में भी पूजा अर्चना करने की सुविधा रखी गई है।
गुफाओं के अन्दर पानी का रिसना भी एक चमत्कार से कम नहीं है । एक तो इतनी ऊंचाई पर यह पहाड़ स्थित है और इतने ऊंचाई पर पानी का श्रोत कहां से आता है यह सभी को सोचने के लिए मजबूर कर देती है ।
महा धर्म सम्मेलन का आयोजन
प्रति वर्ष हर कार्तिक पूर्णिमा के दिन लुगु बूरु घंटाबाड़ी में संथाली श्रद्धालुओं का विशाल तांता लग जाता है । इस दिन यहां पर बहुत ही बड़े मेले का भी आयोजन किया जाता है । साथ में दो दिवसीय कार्यक्रम का भी आयोजन किया जाता है।
इस कार्यक्रम में दूर दूर से लाखों की संख्या में लोग एकत्रित होकर शामिल होते हैं और कार्यक्रम का लुफ्त उठाते हैं। इस कार्यक्रम में संथाली नृत्य ,संथाली गीत की प्रस्तुति देखने को मिलती है। पूरे भारत समेत कई अन्य देशों से भी संथाली समुदाय के लोग यहां दर्शन के लिए आते हैं ।
इस दिन यहां पर आए लगभग सभी लोग लुगू बाबा के समक्ष मत्था टेकते हैं और घर परिवार के साथ साथ सभी लोगो के स्वस्थ रहने की मनोकामना करते हैं ।साथ ही यहां के स्थानीय लोग दूर दूर से आए श्रद्धालुओं को गाइड के रूप में उनकी मदद करते हैं।
पिछले वर्ष 2019 से इसे अंतरराष्ट्रीय संथाली धर्म सम्मेलन के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया है। और तो और पूरे झारखण्ड में सरकारी अवकाश की भी घोषणा किया गया है।
लुगु पहाड़ घंटाबाड़ी सीतानाला
लुगु पहाड़ (Lugu Pahar) में कई सारे छोटे छोटे झरने मौजूद हैं उनमें से एक सबसे प्रचलित है ।जिसे सीतानाला (Sitanala)के नाम से जाना जाता है । लुगु पहाड़ में स्थित सीतानाला को स्थानीय लोग छरछरिया झरना और Lalpania Waterfalls के नाम से भी जानते हैैं । स्थानीय लोगों के साथ साथ दूर दूर से आए कई लोग इस पर स्नान का आनंद लेते हैं । ऊंचाई से गिरते पानी में नहाने का आनंद ही कुछ अलग आभास कराती है ।
यह भी जानें :
इन बातों का रखें ध्यान
यदि आप भी ऐसे रोचक जगहों को घूमने शौकीन हैं ,Wild Life Adventure के शौकीन या फिर Hill Tracking करने का अनुभव लेना चाहते है तो आप अवश्य यहां आकर इसकी खूबसूरती और मनोरम दृश्य को निहार सकते हैं और आने शौक पूरे कर सकते हैं ।
परन्तु कुछ बातें ऐसी भी हैं जो आपको हमेशा ध्यान में रखनी चाहिए ।जब भी ऐसे पहाड़ी इलाकों की यात्रा करनी हो तो कुछ सावधानियां सबसे पहले बरतनी चाहिए ।
जैसे कि यह जगह काफी लंबी दूरी तय करने वाली है तो हमेशा यह तैयारी करें कि ऐसे जगहों कि यात्रा सुबह सुबह ही शुरू कर दें ताकि अंधेरा होने से पहले पहाड़ी से नीचे भी लौट पाएं ।लंबी चढ़ाई के दौरान कही गलती से फिसलने पर चोट न आए इसलिए अपने साथ First Aid किट जरूर रखें । क्योंकि ऐसी चढ़ाई में कोई डॉक्टर आपकी सहायता करने वाला आपके पास नहीं होगा ।
पानी की बोतल (Water Bottle ) हमेशा साथ रखें ।पानी खत्म होने पर आप पास के किसी भी झरनें /नालों से शुद्ध पानी भर सकते हैं। अपने साथ कम सामान ले जाए जिससे आपको यात्रा करने में आसानी होगी । क्योंकि यहां कोई सीढ़ी की व्यवस्था नहीं है यह जगह अभी भी पूरी तरह से प्राकृतिक ही है ।
तो कैसा लगा यह लेख हमें बताएं एक छोटे से कॉमेंट के साथ। मिलते हैं अगले किसी और मजेदार लेख के साथ तब तक हमसे जुड़े रहने के लिए हमारे फेसबुक और इंस्टाग्राम पेज को लाइक और फॉलो भी कर सकते हैं। यदि आप भी कुछ अपने आस पास के ऐसे ही सुन्दर जगहों को हमारे साथ साझा करना चाहते है तो हमारे इंस्टाग्राम या फेसबुक पेज पर बिना झिझक के बात कर सकते हैं । धन्यवाद ।।
Lugu Buru Ghanta Badi कहाँ स्थित है ?
लुगु बुरु घंटाबड़ी धोरोमगढ़ झारखण्ड के बोकारो जिला में गोमिया प्रखंड के अंतर्गत ललपनिया नामक स्थान पर स्थित है। यह गोमिया से 18 किमी व बोकारो से 86 किमी पर स्थित है।
Google Map Link : Click Here
लुगु बुरु घंटा बाड़ी 2023 मेला कब है ?
लुगु बुरु घंटा बाड़ी मेला कार्तिक पूर्णिमा के दिन लगता है। यह मेला इस बार 26 और 27 नवंबर को आयोजित होगा। संथाल समाज के साथ साथ वहां के आस – पास के रहने वाले लोग भी इस दिन को खास मानते हैं। इस दिन लोग लुगु बुरु लुगफा में जाकर पूजा अर्चना करते हैं , जो की पहाड़ों की 7 चोटियों को पार करने के बाद पहुँचते हैं।
ghumne aana pdega
Luguburu mela 2023 me kub hai bhai Hume bata do
iss baar mela 7 aur 8 november ko ayojit hoga
LUGU BURU GANTA BADI JO BOKARO JILA ME PADTA HAI MEN LOCATION TENUGHAT DAM LALPANIYA ME HAI
OR JHARKHAND KA DUSRA UNCHA PAHAD HAI LUGU PAHAD YE AAJ KE IS DOR ME JHARKHAND KA SABSE BADA MELA LUGU BURU GANTA BADI KE NAAM SE LAGTA HAI
26-27 November 2023